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दोस्तों हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रतिवर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष कि तृतीया पर भगवान परशुराम का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है.

बताया जाता है कि भगवान परशुराम महर्षि जमदग्नि और रेणुका के संतान है.

आठ चिरंजीवीयो में भगवान परशुराम महर्षि वेदव्यास, अश्वत्थामा, राजा बलि, हनुमान, विभीषण,कृपाचार्य कथा ऋषि मार्कंडेय जी हैं.

22 अप्रैल 2023 को अक्षय तृतीया का पर्व  हिंदू धर्म में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है,आज ही के दिन  विष्णु  भगवान के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती मानी जाती है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कीअष्ट चिरंजीवीयों का वर्णन शास्त्रों में कुछ किस प्रकार से मिलता है-

अश्वत्थामा बलिव्यासो हनूमांश्च विभीषण: | कृप: परशुरामश्च सप्तएतै चिरजीविन: || सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम् | जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जित ||

अर्थात: यदि हम अश्वथामा, दैत्यराजबलि, वेदव्यास, हनुमान जी , विभीषण, कृपाचार्य,भगवन परशुराम और

मार्कण्डेय ऋषि जी का रोज सुबह जाप करना चाहिए, इनके जाप से भक्त को निरोगी शरीर तथा लंबी आयु कि प्राप्ति होती है।

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